दिल्ली चुनाव में पूर्वांचली वोटर्स की भूमिका: भाजपा को कैसे मिला समर्थन​

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: पूर्वांचली वोटर्स की भूमिका और भाजपा की ऐतिहासिक जीत

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद सत्ता में वापसी की है। इस जीत में पूर्वांचली वोटर्स की भूमिका निर्णायक रही है, जिन्होंने भाजपा को भारी समर्थन देकर आम आदमी पार्टी (आप) को कई सीटों पर पराजित किया।


पूर्वांचली वोटर्स का प्रभाव

दिल्ली में पूर्वांचल से आए लोगों की संख्या काफी अधिक है, जो कई विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी परिणामों को प्रभावित करते हैं। इस चुनाव में भाजपा ने पूर्वांचली बहुल 27 सीटों में से 19 पर जीत हासिल की, जो इस समुदाय के समर्थन का स्पष्ट संकेत है।


भाजपा की रणनीति

भाजपा ने पूर्वांचली वोटर्स को आकर्षित करने के लिए विशेष प्रयास किए। पार्टी ने पूर्वांचल महाकुंभ, भोजपुरी कलाकारों के प्रचार अभियान और उत्तर भारतीयों के लिए विशेष योजनाओं को प्रचारित किया, जिससे इस समुदाय का समर्थन मिला।


प्रमुख सीटों पर भाजपा की जीत

  • करावल नगर: भाजपा के कपिल मिश्रा ने 1,06,433 वोटों के साथ जीत दर्ज की |
  • बवाना: रविंद्र इंद्राज सिंह ने 77,866 वोटों के साथ आम आदमी पार्टी को हराया |
  • मंगोलपुरी: राज कुमार चौहान ने 62,007 वोटों के साथ जीत हासिल की |

निष्कर्ष

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा की जीत में पूर्वांचली वोटर्स की भूमिका अहम रही है। भाजपा की रणनीति और प्रचार अभियान ने इस समुदाय का समर्थन हासिल किया, जिससे पार्टी को सत्ता में वापसी करने में मदद मिली। यह चुनाव परिणाम दिल्ली की राजनीति में एक नए युग की शुरुआत का संकेत देता है।


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