17 अप्रैल 2025 को मध्य प्रदेश के नीमच में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने अपना 86वां स्थापना दिवस मनाया। इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम में परेड, मॉक ड्रिल, वीरता पदक वितरण और नई रणनीतियों की घोषणा की गई।
नीमच: सीआरपीएफ का जन्मस्थल
नीमच वह स्थान है जहां 27 जुलाई 1939 को ब्रिटिश शासन के दौरान ‘क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस’ की स्थापना हुई थी, जिसे बाद में 28 दिसंबर 1949 को सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा ‘केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल’ (CRPF) नाम दिया गया | इसलिए, नीमच को सीआरपीएफ का जन्मस्थल माना जाता है |
अमित शाह का संबोधन और घोषणाएँ
गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि नक्सलवाद अब केवल चार जिलों तक सीमित रह गया है और 31 मार्च 2026 तक इसे पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएग। उन्होंने सीआरपीएफ को इस मिशन की “रीढ़” बताया और विशेष रूप से कोबरा बटालियन की भूमिका की सराहना क।
नई कोबरा बटालियन की स्थापन
सीआरपीएफ के महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने घोषणा की कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए एक नई कोबरा बटालियन की स्थापना की जाएी | यह बटालियन जंगल युद्ध और गुरिल्ला रणनीति में प्रशिक्षित होी।
विशेष कार्यक्रम और प्रदर्शन
- परेड और मॉक ड्रिल: सीआरपीएफ जवानों ने परेड और मॉक ड्रिल के माध्यम से अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कया।
- वीरता पदक वितरण: गृह मंत्री ने बहादुर जवानों को वीरता पदक प्रदान िए।
- K9 दस्ते का प्रदर्शन: सीआरपीएफ के K9 दस्ते ने अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कया।
निष्र्ष
सीआरपीएफ का 86वां स्थापना दिवस न केवल बल की वीरता और समर्पण का प्रतीक है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को भी दर्शााहै। नीमच में आयोजित यह समारोह बल के इतिहास और भविष्य की दिशा को उजागर करा है।