AI और ऑटोमेशन का भविष्य – एक टेक स्टार्टअप फाउंडर की राय

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन अब सिर्फ फ्यूचर की बातें नहीं रहीं — वे हमारे आज का हिस्सा बन चुकी हैं। बिजनेस, हेल्थकेयर, एजुकेशन और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में इनका असर साफ़ दिखाई दे रहा है। लेकिन आने वाले वर्षों में यह तकनीक हमें कहाँ लेकर जाएगी?

इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने बात की एक युवा टेक स्टार्टअप फाउंडर, आदित्य वर्मा से, जो AI-संचालित SaaS प्लेटफॉर्म “IntelliCore” चला रहे हैं।


परिचय: मिलिए आदित्य वर्मा से

नाम: आदित्य वर्मा
उम्र: 30 वर्ष
स्टार्टअप: IntelliCore – एक AI-बेस्ड SaaS प्लेटफ़ॉर्म जो मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए प्रेडिक्टिव मेंटेनेंस सॉल्यूशंस देता है
स्थापना: 2021
मुख्यालय: हैदराबाद


खास बातचीत – आदित्य की नज़र से AI का भविष्य

Q1: AI और ऑटोमेशन को लेकर सबसे बड़ा मिथक क्या है?

आदित्य:
लोग सोचते हैं कि AI नौकरियाँ छीन लेगा। लेकिन सच्चाई ये है कि AI नौकरियों की प्रकृति को बदल रहा है, खत्म नहीं कर रहा। डेटा साइंटिस्ट्स, AI ट्रेनर्स, और ऑटोमेशन मैनेजर्स जैसी नई भूमिकाएँ उभर रही हैं।


Q2: भारत में AI का भविष्य कैसा दिखता है?

आदित्य:
भारत में AI का भविष्य उज्ज्वल है क्योंकि यहाँ डेटा की भरमार है, और युवा टैलेंट भी बहुत है। सरकार की Digital India जैसी योजनाओं ने डिजिटल अवेयरनेस को बढ़ावा दिया है। आने वाले 5 सालों में AI-एनेबल्ड SMBs की संख्या कई गुना बढ़ेगी।


Q3: आपकी कंपनी किस तरह से ऑटोमेशन का इस्तेमाल कर रही है?

आदित्य:
हम IoT डिवाइस से डेटा लेते हैं और मशीन लर्निंग का उपयोग करके यह भविष्यवाणी करते हैं कि कौन-सी मशीन कब खराब हो सकती है। इससे कंपनियों का डाउनटाइम और खर्च दोनों कम होता है।


Q4: युवाओं के लिए AI में करियर कैसा है?

आदित्य:
AI सिर्फ कोडिंग तक सीमित नहीं है। डोमेन एक्सपर्ट्स, डेटा विश्लेषक, एथिकल AI डिजाइनर — इन सभी की ज़रूरत है। जो भी सीखने को तैयार है, उसके लिए AI में जबरदस्त स्कोप है।


Q5: भविष्य में कौन-से उद्योग सबसे ज़्यादा प्रभावित होंगे?

आदित्य:
हेल्थकेयर, फाइनेंस, लॉजिस्टिक्स और एजुकेशन ऐसे सेक्टर हैं जहां AI और ऑटोमेशन सबसे बड़ी क्रांति ला सकते हैं। मेडिकल डायग्नोसिस से लेकर पर्सनल फाइनेंशियल असिस्टेंस तक – सब कुछ बदलने वाला है।


निष्कर्ष: AI कोई खतरा नहीं, बल्कि अवसर है

आदित्य वर्मा जैसे युवा उद्यमी यह दिखा रहे हैं कि AI एक जॉब किलर नहीं बल्कि जॉब शिफ्टर है। जो लोग समय के साथ चलेंगे, वे नई तकनीकों का लाभ उठा पाएंगे।

AI और ऑटोमेशन का भविष्य उतना ही उज्ज्वल है, जितनी हमारी तैयारी।


आखिर में…

अगर आप एक छात्र हैं, व्यवसायी हैं या तकनीकी पेशेवर – AI के इस युग को अपनाइए। क्योंकि जैसे आदित्य कहते हैं:
“AI से डरिए मत, उसे समझिए और अपनाइए – तभी आप आगे रहेंगे।”


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