एयर इंडिया ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए घोषणा की है कि 1 अप्रैल 2025 से सभी कर्मचारी, वरिष्ठ प्रबंधन सहित, घरेलू आधिकारिक यात्राओं में केवल इकोनॉमी क्लास में यात्रा करेंगे। यह कदम ग्राहकों को प्राथमिकता देने और प्रीमियम सीटों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
नई यात्रा नीति के मुख्य बिंदु
- इकोनॉमी क्लास में अनिवार्य यात्रा: एयर इंडिया के सभी कर्मचारी, जिनमें सीईओ और उपाध्यक्ष स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं, अब घरेलू आधिकारिक यात्राओं में इकोनॉमी क्लास में ही यात्रा करेंगे। वरिष्ठ पायलटों के लिए यह नीति 1 जून 2025 से लागू होगी।
- अपग्रेड की शर्तें: कर्मचारियों को प्रीमियम इकोनॉमी या बिजनेस क्लास में अपग्रेड केवल तभी मिलेगा, जब उड़ान के प्रस्थान से 50 मिनट पहले तक वे सीटें खाली हों।
- ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण: एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, “हम चाहते हैं कि हमारे प्रीमियम सीटें, जिनकी मांग बहुत अधिक है, पहले हमारे ग्राहकों के लिए उपलब्ध हों, जिससे नई एयर इंडिया में ग्राहक-केंद्रित संस्कृति प्रदर्शित हो।”
एयर इंडिया का परिवर्तन यात्रा
2022 में टाटा समूह द्वारा अधिग्रहण के बाद, एयर इंडिया ने अपने बेड़े को आधुनिक बनाने, नई उड़ानों की शुरुआत करने और सेवा गुणवत्ता में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं। यह नया नियम उसी परिवर्तन यात्रा का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान करना है।
निष्कर्ष
एयर इंडिया का यह निर्णय न केवल ग्राहकों को प्राथमिकता देने का संकेत है, बल्कि यह संगठन के भीतर समानता और सेवा गुणवत्ता में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह नीति अन्य एयरलाइनों के लिए भी एक उदाहरण बन सकती है।