भारत की आधिकारिक प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय (MEA) ने 19 मार्च 2025 को एक बयान जारी करते हुए कहा:
“हम गाजा की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। यह महत्वपूर्ण है कि सभी बंधकों को रिहा किया जाए। हम गाजा के लोगों को मानवीय सहायता की निरंतर आपूर्ति की भी अपील करते हैं।”
यह बयान इजरायल द्वारा गाजा पर किए गए हवाई हमलों के एक दिन बाद आया, जिसमें 400 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिकों की मृत्यु हुई थी।
भारत की नीति और रुख
भारत ने हमेशा आतंकवाद और बंधक बनाने की घटनाओं की निंदा की है। भारत का मानना है कि आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ कोई समझौता नहीं होना चाहिए, और सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई आवश्यक है।
मानवीय सहायता की आवश्यकता
भारत ने गाजा के नागरिकों को निरंतर मानवीय सहायता प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया है, ताकि वहां के लोगों को आवश्यक चिकित्सा, भोजन और अन्य बुनियादी सुविधाएं मिल सकें।
संबंधित छवियाँ
- गाजा संकट पर भारत की चिंता
- हमास से बंधकों की रिहाई की अपील
- गाजा में मानवीय संकट पर भारत की प्रतिक्रिया
निष्कर्ष
भारत ने गाजा में बढ़ते मानवीय संकट पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सभी बंधकों की तत्काल रिहाई और निरंतर मानवीय सहायता की आवश्यकता पर बल दिया है। भारत का यह रुख क्षेत्र में शांति और स्थिरता स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।