ललित मोदी ने भारतीय पासपोर्ट छोड़ा: वानुआतु की नागरिकता और बढ़ती कानूनी चुनौतियाँ
आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी ने हाल ही में भारतीय पासपोर्ट छोड़ दिया है और दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित वानुआतु की नागरिकता प्राप्त की है। यह कदम उनके खिलाफ चल रही कानूनी कार्रवाइयों और प्रत्यर्पण प्रयासों के बीच आया है।
भारतीय पासपोर्ट का परित्याग
ललित मोदी ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में अपना पासपोर्ट सरेंडर करने के लिए आवेदन दिया है, जो किसी अन्य देश की नागरिकता लेने के लिए आवश्यक प्रक्रिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने पुष्टि की है कि यह आवेदन मौजूदा नियमों और प्रक्रियाओं के तहत जांचा जाएगा ।
वानुआतु की नागरिकता और उसके लाभ
वानुआतु एक छोटा द्वीपीय राष्ट्र है जो अपने “गोल्डन पासपोर्ट” कार्यक्रम के लिए जाना जाता है। इस कार्यक्रम के तहत, निवेशकों को नागरिकता प्रदान की जाती है, जिससे उन्हें 113 देशों में वीज़ा-फ्री यात्रा और आयकर में छूट जैसे लाभ मिलते हैं ।
वानुआतु सरकार की प्रतिक्रिया
हाल ही में वानुआतु के प्रधानमंत्री जोथम नापट ने ललित मोदी का पासपोर्ट रद्द करने का आदेश दिया है। उनका कहना है कि मोदी ने प्रत्यर्पण से बचने के लिए नागरिकता प्राप्त की थी, और यह निर्णय अंतरराष्ट्रीय मीडिया में आई रिपोर्टों के आधार पर लिया गया है ।
भारत में कानूनी स्थिति
ललित मोदी पर भारत में वित्तीय अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। हालांकि, उनके वकील का कहना है कि भारत में उनके खिलाफ कोई औपचारिक आरोप नहीं है, और यह सब मीडिया द्वारा फैलाया गया है ।