ममता बनर्जी का बंगाल हिंसा पर बचाव:

ममता बनर्जी का बंगाल हिंसा पर बचाव: सियासी आरोप-प्रत्यारोप के बीच मुख्यमंत्री का पक्ष

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और भांगर क्षेत्रों में वक्फ संशोधन कानून, 2025 के विरोध में हुई हिंसा ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। इस पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा और आरएसएस पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है, जबकि विपक्षी दलों ने उनकी भूमिका पर सवाल उठाए हैं।​

ममता बनर्जी का बयान: भाजपा-आरएसएस पर आरोप

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि राज्य में जहां भी हिंसा होती है, उसके पीछे भाजपा और आरएसएस का हाथ होता है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि विपक्षी दल सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।

विपक्ष का पलटवार: मुख्यमंत्री की भूमिका पर सवाल

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि उन्होंने वक्फ संशोधन कानून को लागू न करने की बात कहकर हिंसा को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह रुख संविधान के खिलाफ है और इससे राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है।

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने भी ममता बनर्जी और भाजपा दोनों को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा कि दोनों दलों की राजनीति के कारण आम जनता को नुकसान हो रहा है। ​

प्रशासनिक प्रतिक्रिया: सुरक्षा बलों की तैनाती

हिंसा की घटनाओं के बाद कलकत्ता हाई कोर्ट ने केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया है। राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भी राज्य सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि हिंसा और भ्रष्टाचार राज्य के लिए कैंसर बन चुके हैं।

निष्कर्ष: पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में हुई हिंसा ने राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और विपक्षी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। ऐसे में राज्य की जनता को शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की आवश्यकता है।​

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