जब भी “ताज” शब्द सुनते हैं, आंखों के सामने ताजमहल की खूबसूरती और मुहब्बत की अमर कहानी तैर जाती है। लेकिन आगरा सिर्फ ताजमहल तक सीमित नहीं है — यहाँ हर साल आयोजित होता है “ताज महोत्सव”, जो भारतीय संस्कृति, कला, शिल्प और संगीत का एक भव्य उत्सव है।
ताज महोत्सव क्या है?
ताज महोत्सव उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा हर साल फरवरी महीने में आयोजित किया जाता है। यह महोत्सव लगभग 10 दिनों तक चलता है और इसका आयोजन आगरा के शिल्पग्राम में होता है, जो ताजमहल से बिल्कुल निकट है।
इस महोत्सव की थीम होती है – “भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उत्सव”, जिसमें देशभर के कलाकार, शिल्पकार, संगीतज्ञ और नृत्यांगना भाग लेते हैं।
हस्तशिल्प और हूनर की प्रदर्शनी
ताज महोत्सव का प्रमुख आकर्षण है – हस्तशिल्प बाजार, जहाँ भारत के कोने-कोने से आए शिल्पकार अपने पारंपरिक उत्पादों को प्रदर्शित करते हैं।
यहाँ आप देख सकते हैं:
- कश्मीर की पश्मीना शॉल
- बनारस की सिल्क साड़ियाँ
- सहारनपुर की लकड़ी की नक्काशी
- मध्यप्रदेश की चंदेरी और महेश्वरी साड़ियाँ
- राजस्थान की मोजड़ी, जूट की कलाकृतियाँ
- बंगाल की कांथा कढ़ाई और टेराकोटा
यह मेला लोकल को ग्लोबल बनाने की दिशा में भी एक अहम कदम है।
संगीत और नृत्य का संगम
ताज महोत्सव हर रात सांस्कृतिक संध्या में तब्दील हो जाता है। देश के प्रसिद्ध गायक, वादक, नर्तक और नाट्य मंडलियाँ अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लेते हैं।
- कथक, भरतनाट्यम, मणिपुरी और ओडिसी जैसे शास्त्रीय नृत्य
- लोकगीत, कव्वाली, सूफी संगीत और भजन
- बॉलीवुड म्यूज़िकल नाइट्स, जो युवाओं को खूब पसंद आती हैं
यहाँ हर कोई अपनी पसंद की कला में कुछ न कुछ पा ही लेता है।
स्वाद का मेला
ताज महोत्सव केवल कला और संगीत तक सीमित नहीं है — यहाँ है खाने का भी भरपूर आयोजन।
- उत्तर भारत की चाट से लेकर
- दक्षिण भारत के डोसा-इडली
- बंगाल की मिठाइयाँ
- और राजस्थान के घेवर, दाल बाटी चूरमा — सब कुछ!
फूड कोर्ट में आपको एक साथ पूरा भारत चखने को मिल जाएगा।
बच्चों और परिवारों के लिए खास
- झूले, हैंड पेंटिंग, फेस पेंटिंग, मेहंदी स्टॉल, और लोककथाओं पर आधारित नाटक
- बच्चों के लिए विशेष सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी आयोजित की जाती हैं।
- परिवार के साथ एक यादगार छुट्टी बिताने के लिए यह मेला एक शानदार विकल्प है।
कब और कहाँ?
- समय: हर साल फरवरी माह (तारीखें बदलती रहती हैं)
- स्थान: शिल्पग्राम, आगरा (ताजमहल के पास)
- प्रवेश शुल्क: बहुत ही सामान्य दरें — और कुछ कार्यक्रम निःशुल्क भी होते हैं
निष्कर्ष
ताज महोत्सव सिर्फ एक मेला नहीं — यह भारत की आत्मा का उत्सव है।
यहाँ कला है, संस्कृति है, संगीत है, स्वाद है — और सबसे जरूरी, एकता की झलक है।
अगर आपने अभी तक ताज महोत्सव नहीं देखा है, तो अगली बार यह मौका न गंवाएं। ताजमहल के साए में संस्कृति की इस जीवंत प्रदर्शनी को खुद महसूस कीजिए।